डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। आर्थिक संकटों में घिरी वाडिया समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइंस गो फर्स्ट तमाम कोशिशों के बाद फिर से उड़ान भरने में सफल नहीं हो पा रही है। मई 2023 से ही गो फर्स्ट की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। भारी कर्ज और नकदी संकट से जूझ रही गो फर्स्ट अब बिकने जा रही है। एयरलाइंस पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई और डॉयचे बैंकों का करीब 6521 करोड़ रुपये का लोन है।
बता दें कि एयरलाइंस कंपनी ने आर्थिक संकट से निकलने के लिए कई कोशिशें की, लेकिन सफल नहीं हो सकी। इंजन की तकनीकी खामी और नकदी संकट के चलते 3 मई से गो फर्स्ट की सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। अटकलें लगाई जा रही है कि अब यह कंपनी नए मालिक के साथ ही टेक ऑफ करेगी।
दरअसल, दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही गो फर्स्ट बिकने जा रही है। गो फर्स्ट के दिवालिया होने के बाद से कर्मचारियों, पायलट, क्रू मेंबर्स का भविष्य अधर में लटका है। हालांकि कंपनी को खरीदने के लिए बड़े-बड़े नाम सामने आ रहे हैं। इस रेस में जिंदल पावर लिमिटेड सबसे आगे है। उसने ईओआई भी जमा कर दिया है। यानी बोली प्रक्रिया में पहला कदम बढ़ा दिया है।