ग्रे मार्केट ने बढ़ाई निवेशकों की चिंता, नजरें अब लिस्टिंग दिन पर टिकीं
मुंबई। एलआईसी का शेयर अलॉटमेंट हो जाने के बाद अब ग्रे मार्केट की एक रिपोर्ट से इनवेस्टर्स की चिंता बढ़ा गई है। ग्रे मार्केट में एलआईसी शेयरों की कीमतों में आई भारी कमी से लिस्टिंग गेन्स पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। रिटेल निवेशकों को यह भी डर है कि अगर एलआईसी इश्यू प्राइज से कम कीमत पर लिस्ट होगा, तो उन्हें नुकसान हो सकता है।
ग्रे मार्केट के संकेतों के बाद बीएसई और एनएसई में 17 मई को होनेवाली एलआईसी की लिस्टिंग के कमजोर होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा गिरावट के बाद भी निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। एलआईसी सबसे बड़ी बीमा कंपनी है, निवेशकों का भरोसा अधिक है।
बता दें कि सरकार ने भारतीय बीमा कंपनी से अपनी हिस्सेदारी बेचकर आईपीओ के जरिए करीब 21 हजार करोड़ रुपये जुटाए हैं। विश्लेषकों का कहना है कि एलआईसी का आईपीओ ऐसे समय में आया है, जब भारतीय शेयरबाजार में बिकवाली हावी है। दुनियाभर के बाजारों पर मंदड़िये हावी हैं। ग्लोबल मार्केट में जारी बिकवाली आईपीओ के लिए नकारात्मक साबित हो सकता है।
ब्रोकिंग कंपनी एंजल वन में रिसर्च एनालिस्ट यश गुप्ता का कहना है कि पिछले 10 दिनों में शेयर बाजार में काफी गिरावट आई है। निफ्टी में भी 10-12 पर्सेंट करेक्शन हुआ है। इससे ग्रे मार्केट में एलआईसी कीमतों को लेकर यह बदलाव देखा जा रहा है। हालांकि हमारा न्यूट्रल सेंटीमेंट है। इश्यू प्राइस पर ही इसकी लिस्टिंग होगी। निवेशकों को डरने की जरूरत नहीं है।