नई दिल्ली। लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। इन्हें रोजगार देने के लिए केंद्र सरकार ने ‘गरीब कल्याण रोजगार योजना’ शुरू किया है। गुरुवार को इस योजना का अनावरण वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने किया। इसके लिए 50 हजार करोड़ रुपए का बजट दिया जाएगा।
50,000 करोड़ रुपए का प्रावधान
योजना की जानकारी देते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि देश भर के 116 जिलों में लौटे प्रवासी मजदूरों को ‘गरीब कल्याण रोजगार योजना’ के तहत रोजगार दिया जाएगा। इस योजना के लिए सरकार की ओर से 50,000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जो इस योजना के तहत आवंटित किए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि प्रवासी श्रमिक बड़ी संख्या में देश के छह राज्यों बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान के 116 जिलों में लौटे हैं। केंद्र और राज्य सरकारों ने 6 राज्यों में 116 जिलों के प्रवासी श्रमिकों के कौशल क्षमता को सावधानीपूर्वक जानने का प्रयास किया है। इसके लिए आगामी 125 दिनों के भीतर लगभग 25 योजनाओं को गरीब कल्याण रोजगार योजना के तहत शामिल किया जाएगा।