प्रहरी संवाददाता, मुंबई। भारत ने हालिया ग्लोबल होम प्राइस इंडेक्स (वैश्विक घरेलू मूल्य सूचकांक) में 13 स्थानों की गिरावट दर्ज की है और वह दिसंबर 2020 में समाप्त तिमाही में 56वें स्थान पर पहुंच गया है। गुरुवार को नाइट फ्रैंक की एक रिसर्च रिपोर्ट में यह बात कही गई है। शोध रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2020 की चौथी तिमाही में कीमतों की वृद्धि मामले में वैश्विक तौर पर 56वें स्थान पर रहा है। दुनिया के 56 देशों में प्रमुख आवासीय मूल्यों में औसतन 5.6 प्रतिशत की वार्षिक दर से बदलाव आया, जबकि साल 2019 में यह 5.3 प्रतिशत था।
इंटरनेशनल प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 की चौथी तिमाही में 43वें रैंक के मुकाबले भारत में घरों की कीमतों में सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे दुनिया में उसकी रैंक में गिरावट हुई है। ग्लोबल हाउस प्राइस इंडेक्स 56 देशों और प्रदेशों में आवासीय कीमतों को ट्रैक करता है। 2019 की चौथी तिमाही से 2020 की चौथी तिमाही की अवधि में, तुर्की सालाना आधार पर 30.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ सालाना रैंकिंग में शीर्ष पर रहा। इसके बाद 18.6 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ न्यूजीलैंड और फिर 16.0 प्रतिशत के साथ स्लोवाकिया का स्थान है।
भारत 2020 की चौथी तिमाही में सबसे कमजोर प्रदर्शन वाला देश रहा, जहां घरों की कीमतों में सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके बाद मोरक्को का नंबर आता है, जहां 3.3 प्रतिशत की सालाना गिरावट हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 89 प्रतिशत देश और प्रांतों में 2020 के दौरान कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है, जिसमें कई उभरते बाजारों ने मजबूत प्रदर्शन किया है, जिसमें टर्की शामिल है, जो लगातार चौथी तिमाही इंडेक्स में शीर्ष पर रहा है।