नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार पर सियासी संकट मंडरा रहा है। कॉंग्रेस वहां दो गुटों में बंट गई है। मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद अब राजस्थान में सचिन पायलट भी बगावत पर उतर आए हैं। सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट गुट के 41 विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। सोमवार को बागी विधायक बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। कांग्रेस के 38 और तीन निर्दलीय विधायक सचिन पायलट के साथ हैं। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर सोमवार सुबह 10:30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी। रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन आलाकमान के निर्देश पर जयपुर पहुंचे हैं।
बता दें कि अपनी ही सरकार को अस्थिर करने की कथित कोशिश की जांच में पूछताछ के लिये पेश होने का उप मुख्यमंत्री को पत्र भेजे जाने से मामला बिगड़ गया है। इससे पायलट समर्थक विधायकों का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के तहत काम करना मुश्किल हो गया है। राजस्थान कांग्रेस के इंचार्ज अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस मजबूती से साथ काम कर रही है। सभी विधायकों का पार्टी और सीएम अशोक गहलोत पर भरोसा और विश्वास है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जानबूझकर वर्तमान स्थिति को बदल रही है। यह साजिश बीजेपी ने रची है और वे एक साल से यह कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राजस्थान के घटनाक्रम से अवगत कराया गया है।
इससे पहले रविवार को राज्य के कई मंत्रियों और विधायकों ने मुख्यमंत्री के निवास पर पहुंच कर उनसे मुलाकात की और परिस्थिति पर चर्चा की। बता दें कि राज्य के सीएम गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि वह उनकी सरकार को गिराने की कोशिश में लगी है। हालांकि, बीजेपी नेताओं ने आरोपों का खंडन किया। बीजेपी ने कहा कि ये स्थिति कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी लड़ाई का परिणाम है।