मुंबई। एक अजीबोगरीब घटनाक्रम में, बृहन्मुंबई महानगर पालिका के एक शीर्ष अधिकारी बुधवार को गलती से सैनिटाइजर को पानी समझ कर पी गए। बाद में पता चला कि जो तरल पदार्थ उन्होंने पीया था वो पानी नहीं सैनिटाइजर था। गनीमत रही कि सैनिटाइजर उनके शरीर के अंदर नहीं गया और मुंह में ही रह गया। बाद में उन्हें पीने के लिए साफ पानी दिया गया।
संयुक्त महानगर पालिका आयुक्त रमेश पवार के वार्षिक शिक्षा बजट 2021-2022 पेश करने के ठीक पहले यह घटना घटी। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो गया है, जिसमें पवार साफ तौर पर सामने पड़ी एक बोतल उठाते हुए दिख रहे हैं। वीडियो में वो बोतल खोलते और फिर उसमें से एक घूंट मुंह में डालते दिख रहे हैं। जैसे ही उन्होंने एक घूंट मुंह में डाला, वो चोक करने लगे। उनके सहयोगियों ने उनकी मदद की। बाद में पवार वॉशरूम में जाकर अपना मुंह साफ किया।
पिछले रविवार (31 जनवरी) को महाराष्ट्र में एक बड़ी चूक तब हुई थी, जब 12 नाबालिग बच्चों को यवतमाल जिले के सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पोलियो वैक्सीन के बदले सैनिटाइजर पिला दी गई थीं। इसके बाद सरकार ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन नर्सों और अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया था।