स.प्र. संवाददाता, मुंबई
लॉकडाउन के बाद रिटेल सेक्टर ठप हो गया है, हालांकि पिछले दो महीने से सुधार के संकेत मिलने लगे हैं। उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं एवं इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर ने अक्टूबर महीने में 8 पर्सेंट की ग्रोथ दर्ज की है, जबकि अन्य सेक्टर्स अभी भी डि-ग्रोथ के जाल में उलझे हुए हैं। संभावना जताई जा रही है कि देश की थमी हुई इकोनॉमी को जल्द ही पटरी पर लाया जा सकेगा।
रिटेलर्स असोसिएशन ऑफ इंडिया के बिजनेस सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि रिटेल बिजनेस सेगमेंट में रिकवरी हो रही है। हालांकि पिछले साल के स्तर तक पहुंचने में रिटेल सेक्टर को इस साल के अंत तक इंतजार करना होगा। अनलॉक 5.0 में ढील देने के बावजूद देश के विभिन्न रीजन और कंपनी के वैल्यूएशन के हिसाब से सेल्स में गिरावट देखी गई है। पैन इंडिया रीजन में वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में सेल्स ग्रोथ गिरकर -78 पर्सेंट रही थी, जबकि दूसरी तिमाही में ग्रोथ रेट -50 पर्सेंट रही।
सर्वे में कहा गया है कि क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (क्यूएसआर) सेगमेंट की निगेटिव ग्रोथ पिछले महीने के मुकाबले घटकर -35 पर्सेंट हो गई है, जबकि सौंदर्य, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत देखभाल सेगमेंट (-55 पर्सेंट), स्पोर्ट्स एंड गुड्स सेक्टर (-31 पर्सेंट), फर्नीचर और फर्निशिंग सेक्टर (-11 पर्सेंट), आभूषण सेगमेंट (-45 पर्सेंट), फुटवेयर सेगमेंट (-30 पर्सेंट), खाद्य और किराना सेक्टर (-10 पर्सेंट) और परिधान और वस्त्र सेगमेंट (-30 पर्सेंट) में भी कमी आ रही है।