समाचार प्रहरी, मुंबई। लॉकडाउन ने एक ओर जहां औद्योगिक गतिविधियों को ठप कर दिय़ा है, तो वहीं लाखों लोग बेरोजगारी की मार सह रहे हैं। ऐसी हालत में भी कुछ प्रोफेसनल्स हैं, जो कोविड महामारी के बीच कमाई का नया अवसर पैदा करने में पीछे नहीं हैं। जी हां, हम मेडिकल सेक्टर की बात कर रहे हैं। सर्टिफिकेट बनाने के नाम पर 200 से 500 रुपए की फीस वसूली जा रही है। कल्याण में कई डॉक्टर हैं, जिन्होंने 1000 से लेकर 2500 सर्टिफिकेट जारी करने का कारनामा किया है। एक महीने में औसतन 60 हजार से एक लाख रुपए की अतिरिक्त आमदनी हो रही है।
कोरोना संक्रमण काल के बीच मानसूनी बीमारियां भी सर उठा रही हैं। हालांकि स्थानीय महानगर पालिका प्रशासन की ओर से मानसूनी बीमारियों की कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। लॉकडाउन बढ़ाए जाने के बाद एक राज्य से दूसरे राज्य में पलायन बढ़ गया है। रोजी रोटी के संकट के बीच हेल्थ प्रॉब्लेम से भी लोग आवामगन कर रहे हैं। इसके लिए मेडिकल सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। कोविड 19 पास बनाने के दौरान यह सर्टिफिकेट वेबसाइट पर लोड करना होता है।
एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने के लिए डॉक्टर कम से कम 100 रुपए और अधिकतम 500 रुपए तक चार्ज कर रहे हैं। एक परिवार में अगर पांच लोग ट्रैवेल कर रहे हैं, तो पांच सर्टिफिकेट के ही 500 से 2500 रुपए देने पड़ रहे हैं। कल्याण के एक डॉक्टर अब तक एक हजार सर्टिफिकेट बांट चुके हैं। उनका दावा है कि उनके लिखे को कोई भी सरकारी अमला खारिज नहीं कर सकता।