✍🏻 डिजिटल न्यूज डेस्क, बाराबंकी। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था लचर हो गई है। लखनऊ-बहराइच हाईवे पर बुधवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब मसौली थाना क्षेत्र के बिंदौरा के पास सड़क किनारे एक महिला सिपाही का शव पड़ा मिला। शव वर्दी में था और नेम प्लेट पर ‘विमलेश’ नाम अंकित था, लेकिन पीएनओ नंबर गायब था। शव की हालत और परिस्थितियां गंभीर अपराध की ओर इशारा कर रही हैं। महिला सिपाही की मौत ने यूपी में महिला सुरक्षा और पुलिसकर्मियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सूचना मिलते ही मसौली पुलिस मौके पर पहुंची और वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई। एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच के निर्देश दिए। शव अर्द्धनग्न अवस्था में मिला, जिससे हत्या की आशंका और प्रबल हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शव मंगलवार रात को ही फेंका गया हो सकता है।
आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है, जिससे घटना की पुष्टि या संदिग्ध की पहचान हो सके। अब तक न तो हत्या की पुष्टि हुई है और न ही कोई गिरफ्तारी। प्रदेश में पुलिसकर्मी की इस तरह की मौत ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है, लेकिन जिम्मेदारों की ओर से कोई ठोस बयान नहीं आया है।
2024 में दर्ज कराया था रेप केस
सूत्रों के मुताबिक, विमलेश ने वर्ष 2024 में बाराबंकी कोतवाली में सिपाही इंद्रेश मौर्य के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। यह मामला उस समय काफी चर्चा में रहा था। वह फिलहाल बाराबंकी के सुबेहा थाने में 11 अगस्त 2024 से तैनात थीं। वह 2017 बैच की महिला आरक्षी थीं और मूल रूप से सुल्तानपुर जनपद की रहने वाली थीं। पुलिस फिलहाल नेम प्लेट के आधार पर मृतका की शिनाख्त कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिससे मौत का कारण स्पष्ट हो सके। वहीं, मृतका के परिजन गहरे सदमे में हैं और कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।