1800 करोड़ के अनुमानित बजट पर निगाहें
✍🏻 डिजिटल न्यूज डेस्क, अयोध्या | श्रीराम जन्मभूमि में भव्य मंदिर निर्माण पूर्ण होने की घोषणा के साथ ही परियोजना की वित्तीय स्थिति पर आधिकारिक जानकारी सामने आई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, निधि समर्पण अभियान के दौरान देश–विदेश के श्रद्धालुओं से कुल 3000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि प्राप्त हुई।
ट्रस्ट के भवन निर्माण समिति अध्यक्ष ने बताया कि अब तक लगभग 1500 करोड़ रुपये का व्यय दर्ज किया गया है। इसमें गर्भगृह, मुख्य मंदिर, परकोटा और आवश्यक संरचनाओं का निर्माण शामिल है। शेष कार्यों को मिलाकर कुल खर्च लगभग 1800 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है।
मुख्य मंदिर के साथ परकोटे में भगवान शिव, गणेश, हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती और देवी अन्नपूर्णा के छह मंदिरों का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है। इन पर ध्वजदंड और कलश की स्थापना हो चुकी है तथा परिसर में अंतिम सौंदर्यकरण कार्य तेजी से चल रहा है।
इस बीच, 25 नवंबर को मंदिर परिसर में ध्वजारोहण कार्यक्रम प्रस्तावित है। ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस अवसर पर आमंत्रित किया है। कार्यक्रम में 8 से 10 हजार अतिथियों को बुलाए जाने की तैयारी है। इसमें वर्ष 2022 के बाद मंदिर निर्माण में सहयोग देने वाले प्रमुख दानदाताओं को भी आमंत्रण सूची में शामिल किए जाने की बात कही गई है।
ट्रस्ट पदाधिकारियों ने कहा कि शुरुआत में इतनी बड़ी आर्थिक सहायता मिलने की कल्पना नहीं थी, लेकिन करोड़ों राम भक्तों के सहयोग ने इसे संभव बनाया। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि दानराशि का पूरा उपयोग निर्धारित कार्यों में और पूरी पारदर्शिता के साथ होगा। राम मंदिर निर्माण का महत्वपूर्ण चरण पूर्ण होने के बाद अब देश का ध्यान परियोजना के आगे के विकास और शेष बजट के उपयोग पर केंद्रित है।
