नई दिल्ली। अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जिस तरह से राइट बंधुओं ने पहली बार 1903 में सफल हवाई मानवीय उड़ान भरी थी, उसी प्रकार नासा ने सोमवार, 19 अप्रैल को पहली बार किसी अन्य ग्रह पर छोटे आकार का रोबोट हेलीकॉप्टर इनजेन्यूटी को उड़ाने में सफलता हासिल की है। हालांकि इस हेलीकॉप्टर ने मंगल ग्रह की सतह पर महज 39 सेकंड तक ही हवा में उड़ान भरी, लेकिन यह नासा के लिए किसी अन्य ग्रह पर पहली बार नियंत्रित उड़ान रही।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी के अधिकारियों के मुताबिक 1.8 किग्रा (4 पाउंड) वजनी इस रोटोरक्राफ्ट की सफलता से भविष्य में मंगल व सोलर सिस्टम के अन्य ग्रहों व उपग्रहों जैसे वीनस व शनि के चंद्रमा टाइटन इत्यादि के एरियल एक्सप्लोरेशन में मदद मिलेगी। नासा की लॉस एंजेलेस के समीप स्थित जेट प्रपल्शन लैब (JPL) ने इस सफलता की जानकारी दी। इनजेन्यूटी की पहली उड़ान में एक बड़े आकार का मेटलिक टिशू बॉक्स था, जिसके चार पैर और एक ट्विन रोटॉर पैरासोल था।
10 फीट की ऊंचाई तक भरी उड़ान
नासा ने जानकारी दी कि इनजेन्यूटी ने मंगल ग्रह की सतह पर 19 अप्रैल को भारतीय समयानुसार दोपहर 01:04 बजे उड़ान भरी। नासा ने अपनी इस उपलब्ध को राइट बंधुओं की सफलता से जोड़ा। राइट बंधुओं ने दुनिया में पहली बार दिसंबर 1903 में नॉर्थ कैरोलिना के किटी हॉक में मोटर से संचालित एयरप्लेन उड़ाया था और इसे 12 सेकंड्स में 120 फीट (37 मीटर्स) की ऊंचाई तक सफलतापूर्वक ले जाकर धरती पर उतारा था।