कोरोना वायरस का बहाना, भाजपा नेताओं को कार्यक्रम में न्योता नहीं दिया
प्रहरी संवाददाता, मुंबई। बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक के भमिू पूजन कार्यक्रम में शिवसेना और बीजेपी के रिश्तों की दरार को बढ़ा दिया है। कोरोना की आड़ में शिवसेना ने बीजेपी नेताओं को आमंत्रित नहीं किया। इससे राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि दोनों पार्टियों के रिश्तों में लगातार दरार चौड़ी हो चुकी है। शिवसेना प्रमुख और राज्य के मुखिया उद्धव ने अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे को भी भमिूपूजन में आने का न्योता नहीं दिया। शिवसेना के साथ सरकार में शामिल एनसीपी के अजीत पवार और कांग्रेस के बालासाहेब थोरात कार्यक्रम में मौजूद रहे।
बता दें कि सत्ता में भागीदारी के मुद्दे पर शिवसेना और बीजेपी के रिश्तो में खटास आती जा रही है। भाजपा लगातार शिवसेना को किसी न किसी मुद्दे पर घेरती रही है। भाजपा के नेता सीधे ठाकरे परिवार को अपना निशाना बना रहे हैं। भाजपा ने पहले सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में शिवसेना पर निशाना साधा और फिर अब सचिन वाझे प्रकरण
में भी पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सीधे तौर पर उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाए हैं।
बताया जा रहा है कि भाजपा के आरोपों के बाद से शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने फडणवीस को पूरी तरह से भाव देना बंद कर दिया है। बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक के भमिूपूजन कार्यक्रम में फडणवीस को आमंत्रित न करने के पीछ यह भी एक कारण बताया जा रहा है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि जब फडणवीस राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब छत्रपति शिवाजी महाराज स्मारक के भमिूपूजन कार्यक्रम में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को आमंत्रित नहीं किया था। इसी का बदला शिवसेना ने अब लिया है।