नई दिल्ली। राजस्थान में बागी नेता सचिन पायलट पर कार्रवाई करते हुए कांग्रेस ने उन्हें सभी पदों से हटा दिया है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में उप-मुख्यमंत्री रहे पायलट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का जिम्मा भी ले लिया गया है। कांग्रेस के कई नेताओं ने पायलट को मनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को हटाने का फैसला किया। उनकी जगह पर ओबीसी नेता गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है।
कॉंग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ मंत्री और विधायक साथी भाजपा के षडयंत्र में उलझकर कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हो गए।’ उन्होंने कहा, “पिछले 72 घंटे से सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के आला नेतृत्व ने सचिन पायलट से, साथी मंत्रियों से, विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की। कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट से कई बार बात की। कांग्रेस कार्यसमिति के वरिष्ठ सदस्यों ने भी दर्जनों बार बात की। आलाकमान ने अपील की थी कि पायलट और बाकी विधायकों के लिए दरवाजे खुले हैं, वापस आइए। मतभेद दूर करेंगे। लेकिन उन्होंने बात नहीं मानी”
बता दें कि राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ ही पर्यटन और खाद्य मंत्री पद से विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी बर्खास्त कर दिया गया है। शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष होंगे। हेम सिंह शेखावत को राजस्थान प्रदेश सेवा दल का नया अध्यक्ष नियुक्त करने के साथ गणेश गोगरा को यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई।
पायलट को निकाले जाने के बीच, खबर है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे हैं। वह राज्यपाल को राज्य में चल रहे सियासी घटनाक्रम से अवगत करा सकते हैं। यह भी माना जा रहा है कि राज्यपाल के सामने विधायकों की परेड भी कराई जा सकती है। भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के विधायक राजकुमार रावत का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह आरोप लगा रहे हैं कि ‘हमें एक तरह से कैद करके रखा गया है। हमारे चारों तरफ पुलिस को लगा दिया गया है और निकलने नहीं दिया जा रहा है।’