भोपाल। भोपाल की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने प्रधानमंत्री लोन व कोविड-19 ने नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय शातिर ठगों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। भोपाल में कंपनी कमाण्डेन्ट को लोन देने के नाम पर ठगे जाने के बाद इस गिरोह का खुलासा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार इस गिरोह के 6 सदस्य अब तक देशभर में 661 लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं। साइबर क्राइम ब्रांच के एडीजी उपेंद्र जैन ने बताया कि आरोपी समाचार पत्रों व व्हाट्सएप के माध्यम से सस्ता और आसान किस्तों पर लोन के लिए विज्ञापन मैसेज करते थे, जिनमें आरोपियों का मोबाइल नंबर होता था।
गिरोह के लोग फोन पर ही लोन की प्रोसेसिंग फीस, लोन के लिए बीमा आदि के बहाने पैसा फर्जी नाम पर खोले गए खातों में जमा करवा देते थे। पैसे जमा होने के बाद आरोपी उस पैसे को किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर देते थे। एटीएम के माध्यम से इस पैसे को निकाल लेते थे। उन्होंने बताया कि आरोपी द्वारा फर्जी अकाउंट खोलने व सिम लेने लिए जो दस्तावेज प्रयोग किेए जाते थे, उन दस्तावेजों को भी आरोपी किसी दूसरे के नाम से भरते थे।
पुलिस को आरोपियों के पास से एक डायरी बरामद हुई है, जिसमें 661 लोगों से करोड़ों रुपए ठगने की सूचना दर्ज थी। साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी सुरेश राजपूत, बृजलाल, वृजेश कुमार, पंकज कुशवाह और संजय राजपूत को हिरासत में लिया है।