नई दिल्ली। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2020-21 के दौरान कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में लगाए गए प्रतिबंधों और डार्कनेट के इस्तेमाल में वृद्धि की वजह से भारत में कुरियर और डाक सेवा के जरिए मादक पदार्थों की तस्करी में दो से तीन प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
एनसीबी के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2017 में केवल 27 ऐसे कुरियर और डाक जब्त की गई थी, जिसमें मादक पदार्थ भेजे गए थे। वहीं, वर्ष 2018 में 40 और वर्ष 2019 में 67 पार्सल जब्त किए गए थे।
रिपोर्ट में कहा गया कि कोविड प्रभावित वर्ष 2020 में 260 और वर्ष 2021 में 146 ऐसी डाक पकडी गई, जिनमें मादक पदार्थ भेजे गए थे। वर्ष 2021 में पकड़े गए पार्सल की संख्या 2019 में मुकाबले लगभग दोगुनी थी।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि वर्ष 2021 के दौरान भारत में 70 प्रतिशत से ज्यादा प्रतिबंधित मादक पदार्थों की तस्करी के लिए समुद्री मार्ग का इस्तेमाल किया गया।
एनसीबी की रिपोर्ट में कहा गया कि वर्ष 2020-21 के दौरान गांजे की तस्करी में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है। हालांकि कोविड-19 और लॉकडाउन के बाद सिंथेटिक मादक पदार्थों की आपूर्ति में कमी आई थी।