नागपुर में भाजपा की हार, नेता प्रतिपक्ष ने कहा-मंथन करेंगे
मुंबई। महाराष्ट्र में सत्ता में हासिल करने के एक साल बाद शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन को विधान परिषद चुनाव में बड़ी सफलता मिली है। विपक्षी बीजेपी को झटका देते हुए गठबंधन उम्मीदवारों ने अब तक पांच निर्वाचन क्षेत्रों में से चार सीटों पर जीत दर्ज कर ली है। नागपुर में भाजपा की हार हुई है। इन सीटों में से तीन स्नातक सीट हैं जबकि दो शिक्षक सीटें हैं। इन पांच सीटों के अलावा स्थानीय निकायों की एक सीट के लिए एक दिसंबर को चुनाव हुए थे। धुले-नंदुरबार स्थानीय निकाय सीट से बीजेपी के अमरीश पटेल विजयी हुए हैं।
पिछले साल राज्य के विधानसभा चुनाव में हार का स्वाद चखने वाली भाजपा को अपने गढ़ नागपुर में तगड़ा झटका लगा, जहां उसके उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा है। महाराष्ट्र के ऊपरी सदन विधान परिषद के लिये एक दिसंबर को द्वि-वार्षिक चुनाव हुए थे, जिसे शिवसेना-कांग्रेस-राकांपा की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के लिए अग्नि परीक्षा माना जा रहा था। इस साल जुलाई में पांच विधान पार्षदों का कार्यकाल पूरा हो गया था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के चलते चुनाव नहीं हो पाए थे।
राज्य चुनाव आयोग ने बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सतीश चव्हाण ने औरंगाबाद संभाग के स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार शिरीष बोरलकर को मात दी। चव्हाण को 1,16,638 और बोरलकर को 58,743 वोट मिले। नागपुर संभाग की स्नातक सीट पर कांग्रेस के अभिजीत वंजारी ने भाजपा के संदीप जोशी को हराया। वहीं, पुणे संभाग के स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में राकांपा के अरुण लाड ने भाजपा उम्मीदवार संग्राम देशमुख को 48,824 मतों से मात दी। लाड को 1,22,145 मत और देशमुख को 73,321 मत मिले। पुणे संभाग के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस के जयंत असगांवकर ने मौजूदा विधान पार्षद तथा निर्दलीय उम्मीदवार दत्तात्रेय सावंत को हराया। अमरावती संभाग के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में निर्दलीय किरन सरनाइक ने मौजूदा निर्दलीय एमएलसी तथा शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले श्रीकांत देशपांडे को हराया। भाजपा को केवल धुले-नंदूरबार सीट पर जीत हासिल हुई है, जहां पार्टी उम्मीदवार अमरीश पटेल विजयी हुए। यह सीट भाजपा के निवर्तमान विधान परिषद सदस्य अंबरीश पटेल के कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के चलते रिक्त हुई थी।
चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा, ”यह चुनाव नतीजे एक साल पुरानी एमवीए सरकार के कामकाज का फल हैं।” भाजपा नेता देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि उनकी पार्टी एमवीए गठबंधन की ताकत का अंदाजा लगाने में नाकाम रही। भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, ”हम इन चुनावों में पार्टी को मिली हार पर आत्ममंथन करेंगे। मुझे लगता है कि हम इस चुनाव में चूक गए।”
बता दें कि महाराष्ट्र विधान परिषद में कुल 78 सीटें हैं। इनमें राज्यपाल कोटे की 12 सीटें शामिल हैं, जो अभी रिक्त हैं। एमवीए ने इन सीटों के लिए अपनी ओर से 12 नामों की सूची राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी को सौंप दी है। ऊपरी सदन में फिलहाल भाजपा के 22, शिवसेना के 14, राकांपा के नौ, कांग्रेस के आठ, आरएसपी, पीडब्लयूपी तथा लोक भारती पार्टी का एक-एक और चार निर्दलीय सदस्य हैं।