मुंबई। भविष्य में मध्य रेलवे पर ट्रेनों की आवाजाही को बेहतर बनाने का प्रयास सेंट्रल रेलवे की ओर से किया जा रहा है।लॉकडाउन में ब्लॉक के दौरान ज्यादा काम करने के लिए रेलवे ने मौजूदा पांचवीं-छठी लाइन को लगभग फिट कर दिया है। इन लाइनों पर मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन होगा, ताकि लोकल ट्रेनों को चार स्वतन्त्र लाइनें मिल सके।
बता दें कि मध्य रेलवे की पांचवीं-छठी लाइन का काम सबसे महत्वपूर्ण है। यह परियोजना विभिन्न कारणों से निर्धारित समय में पूरी नहीं हो सकी है। हालांकि, मध्य रेलवे पर चल रही मौजूदा परियोजनाओं में पांचवीं-छठी लाइन को प्राथमिकता दी जा रही है। ये लाइनें अगले साल तक पूरी बनकर तैयार होंगी, लेकिन एलटीटी से घाटकोपर, ठाणे और दिवा से कल्याण के बीच मौजूदा लाइन को दुरुस्त करना भी जरूरी है।
इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की पहल
लॉक डाउन के बीच रेलवे अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को पहले से ज्यादा फिट करने में लगी है। रेल पटरियों पर ट्रेनों के सतत आवागमन से रनिंग लाइन पर मरम्मत कार्य करना बहुत मुश्किल होता है। ओवर हेड वायर, सिग्नलीग सिस्टम, रेल पटरियों को दुरुस्त करने, उपयोग के लायक जो चीजें नहीं हैं, उनको हटाना, ये सब काम बिना ब्लॉक के संभव नहीं हैं। हालांकि रविवार को ब्लॉक आयोजित किया जाता है। ब्लॉक के दौरान पुराने सिस्टम को दुरुस्त करने का मौका मिलता है।
सिग्नल प्रणाली बेहतर हुई
कोरोना महामारी के बीच जारी लंबे लॉकडाउन का फायदा उठाकर मध्य रेलवे ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करने का काम किया है। इस दौरान ट्रेन के रखरखाव के लिए बनाई गई पिट लाइन, बिजली सप्लाई वाली ओएचई और ट्रेनों को आगे बढ़ाने वाली सिग्नल प्रणाली को भी दुरुस्त कर लिया गया है।
रेलवे की ओर से बताया गया है कि घाटकोपर और ठाणे के बीच ग्राउंड कनेक्शन और इंसुलेशन लगाने का काम पूरा हो गया है। लोकेशन बॉक्स के रखरखाव का काम भी किया गया है। सिग्नल और दूरसंचार विभाग की ओर से डिस्कनेक्ट, परीक्षण और पुनः कनेक्शन के साथ सल्फेट सफाई और कंडक्टर लूप नवीकरण का भी कार्य किया गया है। ट्रैक, सिग्नलिंग, ओवरहेड उपकरण, लोकोमोटिव, कोच और वैगनों के रखरखाव के लिए रेलवे कर्मचारी विभिन्न गुड्स शेड, स्टेशनों और नियंत्रण कार्यालयों में 24×7 काम कर रहे हैं।