कोरोना वायरस का खतरा, आईओसी पर पड़ा दबाव
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक संघ यानी आईओसी पर टोक्यो गेम्स टालने का दबाव बढ़ गया है। वर्ल्ड एथलेटिक्स फेडरेशन के अध्यक्ष सबेस्टियन-को ने बताया कि बहुत जल्द ओलिंपिक पर फैसला होगा।
उन्होंने कहा कि एथलीट्स की सुरक्षा की कीमत पर गेम्स नहीं होंगे। इस बीच, जापान में कल ओलिंपिक मशाल देखने के लिए 50 हजार से ज्यादा लोग मियागी के सेंडई स्टेशन पर जुटे। लोग आधा किलोमीटर लंबी लाइन में कई घंटों तक खड़े रहे। देश में ओलिंपिक टॉर्च रिले 26 मार्च को उसी फुकुशिमा शहर से शुरू होगी, जहां के परमाणु संयंत्र को 2011 में आई सुनामी में नुकसान पहुंचा था।
इस बीच, स्पेनिश एथलेटिक्स फेडरेशन ने कहा कि वह ओलिंपिक खेलों के आयोजन के पक्ष में हैं। पिछले ओलिंपिक्स के मेजबान ब्राजील की ओलिंपिक कमेटी (सीओबी) ने भी ओलिंपिक को रद्द करने का अनुरोध किया है। उसने इन खेलों को 2021 में कराने का प्रस्ताव रखा है। 1916 और 1940 में विश्व युद्ध के कारण ओलिंपिक रद्द करना पड़ा था, जबकि 1984 में लॉस एंजिल्स गेम्स में सोवियत संघ और ईस्ट जर्मनी समेत 14 देशों ने इन खेलों का बहिष्कार किया था।
अमरीकी एथलेटिक्स फेडरेशन भी ओलिंपिक्स टालने के पक्ष में है। इससे पहले, कई ओलिंपियन खेलों को टालने की मांग कर चुके हैं, जिनमें यूनान की एथलीट और ओलिंपिक पोल वॉल्ट चैम्पियन कैटरीना स्टेफानिडी और ब्रिटेन की हैप्टाएथलीट कैटरीना जॉनसन शामिल हैं। हालांकि, विरोध के बावजूद आई ओ सी तय कार्यक्रम के मुताबिक 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच ओलम्पिक्स के आयोजन पर अड़ा है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी कई बार इसे दोहरा चुके हैं।
कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में लगभग सभी खेल बंद हैं। खेल मंत्रालय ने साई सेंटर बंद कर दिए हैं। लेकिन ओलिंपिक्स के लिए क्वालिफाई करने वाले खिलाड़ियों को कैंप में रहने की इजाजत है। ओलिंपिक्स के आयोजन को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं, लेकिन भारतीय हॉकी टीम की प्रैक्टिस जारी है।
पुरुष टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि रोजाना चेकअप किया जा रहा है। महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल ने कहा कि अच्छी सुविधा की वजह से हम यहां ओलिंपिक्स की तैयारी कर पा रहे हैं। हमारे स्वास्थ्य की रोजाना जांच हो रही है।