लखनऊ। उत्तर प्रदेश (यूपी) में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष के निशाने पर आए मुख्यमंत्री अजय सिंह बिष्ट ने विधान भवन में कहा कि कानून व्यवस्था के लिए विपक्ष ज्यादा खतरनाक है। अपराधों को लेकर विपक्ष के आरोप लगाने के बाद मुख्यमंत्री बिष्ट ने शनिवार को कहा कि कानून व्यवस्था के लिए विपक्ष कहीं ज्यादा खतरनाक है। उन्होंने विधानसभा में आंकड़े पेश करते हुए यह भी कहा कि राज्य में हालात पहले से कहीं ज्यादा बेहतर है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सदन में 2016 से लेकर अब तक के तुलनात्मक आंकड़े पेश करते हुए कहा कि राज्य में अपराध का ग्राफ गिरा है। विपक्ष कानून व्यवस्था की बात करता है लेकिन विपक्ष कानून व्यवस्था की स्थिति के लिए ज्यादा बड़ा खतरा है। योगी ने कहा कि साल 2016 से लेकर अब तक डकैती के मामलों में 74.5 फीसद तक कमी आई है, जबकि लूट के मामलों में 65.3 फीसद और हत्या के मामले में 26 .43 फीसद की कमी आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने उत्तर प्रदेश को अन्य राज्यों के मुकाबले कहीं बेहतर स्थिति में रखा है। उन्होंने सदन को बताया कि राज्य में तीन तलाक को लेकर सबसे ज्यादा 1434 मामले दर्ज किए गए और 265 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। प्रदेश में ब्राह्मणवाद के नाम पर हो रही राजनीति पर भी जमकर पलटवार किया। ब्राह्मणों के खिलाफ साजिश के आरोपों पर शनिवार को सीएम ने कहा कि जिन लोगों ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाईं और जातिवाद का नारा लगाते हैं, वही समाज को फिर से बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने ‘परशुराम’ की राजनीति पर कहा कि राम और परशुराम में तात्विक रूप से कोई भेद नहीं है।
बिना नाम लिए उन्होंने कहा, ‘राम भक्तों पर जिन लोगों ने गोलियां चलाईं, जो लोग जाति आज जातिवाद का नारा लगा रहे हैं, जब सत्ता में आते हैं तो कन्नौज में बीजेपी कार्यकर्ता नीरज मिश्रा का सिर काटकर घुमाते हैं और जनता से माफी तक नहीं मांगते। यही लोग हैं जो तिलक और तराजू की बात करके ब्राह्मण समाज को गाली देते थे। वही लोग आज फिर से माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।’