मॉस्को। रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच रूस की ताकत में एक बड़ा इजाफा हुआ है। रूस की नौसेना को दुनिया की सबसे लंबी महाविनाशक पनडुब्बी बेलगोरोड (Belgorod) मिल गई है।
नेवी कमांडर इन चीफ निकोलाय टेवमेनोव पनडुब्बी के डिलीवरी सेरेमनी में शामिल हुए। यह पनडुब्बी एक स्कूल बस के बराबर न्यूक्लियर टॉरपीडो से लैस है, जो एक रेडियोएक्टिव सुनामी लाने की ताकत रखती है। पनडुब्बी 184 मीटर लंबी है। पिछले 30 साल में बनने वाली यह अब तक की सबसे बड़ी पनडुब्बी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, 30 हजार टन वजनी इस पनडुब्बी में 80 फुट के छह पोसाइडन न्यूक्लियर टॉरपीडो ड्रोन लगे हैं, जिनमें 100 मेगाटन न्यूक्लियर पेलोड भरा है। इनके फटने से समुद्र का पानी 500 मीटर ऊंचे तक उछल सकता है, जिससे समुद्र में एक बड़ी लहर पैदा कर सकती है।
पोसाइडन टॉरपीडो को आर्थिक गतिविधि वाले तटीय शहरों को तबाह करने के लिए बनाया गया है। इससे लंबे समय तक रेडिएशन रहेगा। बताया जाता है कि वर्ष 2015 में रूस ने जानबूझ कर इस पनडुब्बी की खासियत को लीक कर दिया था।