भुवनेश्वर, 20 नवंबर 2024। ओडिशा के रायगढ़ा और बोलनगीर जिलों में गरीबी के कारण दो बच्चों के बेचे जाने की घटना सामने आई है. इस मामले में राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. बच्चों को सकुशल बचाकर उनके माता-पिता को सौंप दिया गया है. उपमुख्यमंत्री ने एक बच्चे की मां से भी मुलाकात की है. रायगढ़ा जिले में एक गरीब दंपति ने अपनी 9 दिन की बेटी को आंध्र प्रदेश के एक दंपति को 20 हजार रुपए में बेच दिया. एक अधिकारी ने बताया कि कुमुद गंटा और उनके पति राहुल धनबेड़ा चंदिली थाना क्षेत्र के नुआपाड़ा कॉलोनी के निवासी हैं. उनकी 3 साल की बेटी और एक नवजात जिला अस्पताल में भर्ती हैं. जानकारी के मुताबिक, राहुल धनबेड़ा एक ट्रक हेल्पर के रूप में काम करता है. उसकी मासिक आय 1500 रुपए है. उसने एक मध्यस्थ के जरिए अपने बेटी का सौदा किया था. 11 नवंबर को आंध्र प्रदेश के पार्वतीपुरम मान्यम जिले के पेडापेनकी गांव के दंपति को उनकी बच्ची बेची गई थी.
यह घटना तब प्रकाश में तब आई जब स्थानीय आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को कुमुद गंटा के घर पर उसकी बच्ची नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने चाइल्ड लाइन अधिकारियों को इस मामले की सूचना दी. जिला बाल संरक्षण इकाई के सदस्य निराकार पाधी ने बताया कि बच्चे को स्टाम्प पेपर के जरिए बेचा गया था.