डिजिटल न्यूज डेस्क, नई दिल्ली। भारत का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर बीते डेढ़ साल से हिंसा की आग में लगातार जल रहा है। यहां पिछले साल मई महीने से लेकर अब तक करीब 258 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में भड़की जातीय हिंसा से लोगों की सुरक्षा के लिए अब सरकार खास इंतजाम करने जा रही है।अशांत इलाकों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की करीब 90 कंपनियां तैनात की जाएंगी। अभी राज्य में 198 कंपनियां तैनात हैं।
यह जानकारी राज्य सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने शुक्रवार को दी। उन्होंने कहा, ‘आज, हमने एक सुरक्षा समीक्षा बैठक की और इस बैठक में, हमने सभी जिलों और इंफाल शहर की सुरक्षा की समीक्षा की। बैठक के दौरान सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी के अधिकारी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि राज्य में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की लगभग 90 कंपनियां तैनात की जाएंगी, जो मणिपुर में पहले से मौजूद 198 कंपनियों के अतिरिक्त होंगी।
32 उपद्रवियों की हो चुकी गिरफ्तारी
शुक्रवार को हुई सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद कुलदीप सिंह ने कहा, “इस हिंसा में अब तक आतंकवादियों सहित कुल 258 लोगों की जान जा चुकी है।”
सुरक्षा सलाहकार ने बताया कि मंत्रियों और विधायकों की संपत्तियों में तोड़फोड़ और आगजनी के सिलसिले में अब तक 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि करीब 3,000 लूटे गए हथियार बरामद किए गए है।