क्रिप्टोकरेंसी भेदिया कारोबार का पहला मामला, दो भाई गिरफ्तार, एक की तलाश जारी
न्यूयॉर्क। क्रिप्टोकरेंसी भेदिया कारोबार का पहला मामला अमेरिका में सामने आया है। इस मामले में दो भारतीय नागरिकों के साथ ही उनके इंडो-अमेरिकी मित्र पर 15 लाख डॉलर से अधिक का गैरकानूनी मुनाफा कमाने के आरोप हैं।
सर्दन डिस्ट्रिक्ट ऑफ न्यूयॉर्क में अटॉर्नी डेमियन विलियम्स और एफबीआई के न्यूयॉर्क कार्यालय में प्रभारी सहायक निदेशक माइकल जे. ड्रिस्कोल ने इस अभियोग की जानकारी दी।
आरोपित ईशान वाही (32) और निखिल वाही (26) भारत के नागरिक हैं, जबकि भारतीय मूल का उनका अमेरिकी दोस्त समीर रमानी (33) ह्यूस्टन में रहता है।
वाही बंधुओं को गुरुवार सुबह सिएटल से गिरफ्तार किया गया, जबकि रमानी फिलहाल भारत में है।
बताया जा रहा है कि वाही बंधुओं और रमानी ने क्रिप्टोकरंसी असेट परिसंपत्तियों में भेदिया कारोबार करने की योजना बनाने और धोखाधड़ी करने की साजिश रची।
अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने भी इन तीनों लोगों के खिलाफ भेदिया कारोबार के आरोप लगाने की घोषणा की। अभियोजन पक्ष का कहना है कि आरोपियों ने 25 क्रिप्टो परिसंपत्तियों में गैरकानूनी लेनदेन किया और करीब 15 लाख डॉलर का अनुचित लाभ कमाया।